CIBIL क्या है? यह क्या करता है? | सिबिल स्कोर के बेहतर होने के हैं कई फायदे, कर्ज और क्रेडिट कार्ड लेने में रहती है आसानी
सिबिल स्कोर से पिछले कर्ज की जानकारी मिलती है। इसलिए बैंक से कर्ज और क्रेडिट कार्ड लेने के लिए अच्छा सिबिल स्कोर होना जरूरी होता है। नियमित कर्ज चुकाने से क्रेडिट स्कोर अच्छा रहता है।
सिबिल स्कोर 300 से 900 अंकों के बीच होता है। अगर स्कोर 750 अंक या उसके का होता है तो ज्यादा पर कर्ज मिलना आसान होता है। जितना अच्छा सिबिल स्कोर होता है, उतनी ही आसानी से कर्ज मिलता है।
सिबिल स्कोर 24 महीने की क्रेडिट हिस्ट्री के हिसाब से बनता है।
1) सिबिल स्कोर से जुड़ी खास बातें...
आजकल कई तरह की वेबसाइट हैं जो सिबिल स्कोर के बारे में जानकारी देती हैं। फिर भी सिबिल की वेबसाइट पर जाना बेहतर रहता है। इसके लिए cibil.com वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन फॉर्म भरना होगा। यहां से फॉर्म डाउनलोड भी कर सकते हैं।
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इसके लिए आपको 200/300 रुपये का भुगतान 12 महीनेके लिए करना होगा। इसमे 12 रिपोर्ट देख सकते हैं हर महीने मे एक बार इसमें एक बार ऑथेंटिकेशन प्रोसेस होगी और उस प्रोसेस के बाद आप सिबिल स्कोर और रिपोर्ट डाउनलोड कर सकते हैं। यह सिबिल स्कोर आपके ईमेल पर भी आएगा।
सिबिल रिपोर्ट सुधारने के लिए आपको समय पर अपने बिलों का भुगतान करते रहना चाहिए। अगर आप लगातार 6 महीने तक वक्त में कर्ज चुकाते हैं, तो सिबिल रिपोर्ट में सुधार देखने को मिल सकता है। आपको अपने क्रेडिट कार्ड की क्रेडिट लिमिट और बकाया रकम को कम रखना चाहिए।
क्रेडिट कार्ड से ज्यादा लोन नहीं लेना चाहिए और ना ही बहुत सारे लोन के लिए आवेदन करना चाहिए। होम लोन, ऑटो लोन जैसे सिक्योर्ड लोन को ज्यादा अहमियत देनी चाहिए और अनसिक्योर्ड लोन लेने से बचना चाहिए।
आपको अपना क्रेडिट कार्ड अकाउंट बंद करने से बचना चाहिए और लगातार अपने ज्वाइंट अकाउंट खातों की, सिबिल स्कोर की समीक्षा करते रहना चाहिए।
30% सिबिल स्कोर इस बात पर निर्भर करता है कि आप वक्त पर कर्ज चुका रहे हैं या नहीं। 25% सिक्योर्ड या अनसिक्योर्ड लोन पर, 25%क्रेडिट एक्सपोजर पर और 20% कर्ज के इस्तेमाल पर निर्भर करता है।
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CIBIL क्या है? यह क्या करता है?
CIBIL Limited, भारत की पहली क्रेडिट इन्फ़ॉर्मेशन कंपनी है, जिसे आमतौर पर क्रेडिट ब्यूरो के तौर पर भी संदर्भित किया जाता है. हम ऋणों और क्रेडिट कार्ड के संबंध में व्यक्तियों और वाणिज्यिक निकायों के भुगतान का रिकॉर्ड एकत्रित करते हैं और उसे बनाए रखते हैं.
यह रिकॉर्ड हमें बैंक और दूसरे ऋणदाताओं द्वारा मासिक आधार पर सबमिट किए जाते हैं; इस जानकारी का उपयोग करके व्यक्ति का CIBIL स्कोर और रिपोर्ट विकसित की जाती है, जिससे ऋणदाता, ऋण के आवेदनों का मूल्यांकन करते हैं और उन्हें स्वीकृति देते हैं.
क्रेडिट ब्यूरो को RBI द्वारा लाइसेंस दिया जाता है और उसका नियंत्रण क्रेडिट इन्फ़ॉर्मेशन कंपनीज़ (विनियम) अधिनियम 2005 द्वारा किया जाता है.
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मेरे लोन की मंजूरी पाने के लिए मेरा क्रेडिट स्कोर क्यों महत्वपूर्ण हैं?
CIBIL स्कोर, ऋण आवेदन की प्रक्रिया में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है. आवेदक द्वारा आवेदन फ़ॉर्म भरने और उसे ऋणदाता को सौंपने के बाद, ऋणदाता सबसे पहले आवेदक के CIBIL स्कोर और रिपोर्ट की जांच करता है. अगर CIBIL स्कोर कम है, तो हो सकता है कि ऋणदाता आगे आवेदन पर विचार ही न करे और उसे उसी समय अस्वीकार कर सकता है. अगर CIBIL स्कोर अधिक है, तो ऋणदाता आवेदन को देखेगा और यह तय करने के लिए कि क्या आवेदक क्रेडिट देने योग्य है, उसके अन्य विवरणों पर विचार करेगा. CIBIL स्कोर, ऋणदाता के लिए शुरुआती इम्प्रेशन के तौर पर काम करता है, स्कोर जितना अधिक होगा, आपके ऋण की समीक्षा होने और स्वीकृत होने की संभावनाएं उतनी ही बेहतर होंगीं. ऋण दिए जाने का फैसला पूरी तरह ऋणदाता पर निर्भर है और CIBIL किसी भी मामले में यह फैसला नहीं करता है कि ऋण/क्रेडिट कार्ड की स्वीकृति दी जानी चाहिए या नहीं.
अपने क्रेडिट स्कोर को मैं कैसे सुधार सकता हूँ?
आप अच्छा क्रेडिट इतिहास बरकरार रखते हुए अपने क्रेडिट स्कोर को सुधार सकते हैं. इसे कर्जदाताओं द्वारा सकारात्मक रूप से देखा जा सकता है और इसे 6 सरल नियमों के साथ किया जा सकता है :
हमेशा अपनी देय राशि समय पर अदा करें.
विलंबित भुगतानों को देनदारों द्वारा नकारात्मक रूप से देखा जाता है.
अपने बैलेंस हमेशा कम रखें.
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अत्यधिक क्रेडिट का उपयोग करना हमेशा उचित नहीं होता, अपने इस उपयोग को नियंत्रित रखें.
क्रेडिट का स्वस्थ मेल बरकरार रखें.
संरक्षित (जैसे होम लोन, ऑटो लोन) और असंरक्षित लोन्स (जैसे पसर्नल लोन, क्रेडिट कार्डस) का स्वस्थ मेल रखना बेहतर है. बहुत अधिक असंरक्षित लोन्स को नकारात्मक रूप से देखा जा सकता है.
नए क्रेडिट का आवेदन मध्यम तरीके से करें.
आप क्रेडिट को अत्यधिक आवश्यकता के रूप में नहीं दिखाएं, नई क्रेडिट के लिए सावधानी से आवेदन करें.
अपने सह हस्ताक्षरकर्ता, गारंटीशुदा और संयुक्त अकाउंट्स की निगरानी मासिक रूप से करें.
सह- हस्ताक्षरकर्ता, गारंटीशुदा या संयुक्त रूप से धारित खातों में हुए गलत भुगतानों के लिए आपको बराबर का जिम्मेदार माना जाता है. आपके सह धारक (या गारंटीड व्यक्ति) की लापरवाही आपके ज़रूरत के समय में क्रेडिट पाने के लिए आपकी क्षमता को प्रभावित कर सकती है.
पूरे वर्ष अपने क्रेडिट इतिहास की बार-बार समीक्षा करते रहें.
लोन आवेदन की अस्वीकृति जैसे दुर्भाग्यपूर्ण प्रसंगों को टालने के लिए समय-समय पर अपनी सीआईआर खरीदते रहें.
मेरे क्रेडिट स्कोर को कौन से प्रमुख कारक प्रभावित करते हैं?
CIBIL स्कोर, आपके क्रेडिट इतिहास की 3 अंकों का सांख्यिक सारांश है, जिसे आपकी CIBIL रिपोर्ट पर मौजूद 'खाते' और 'पूछताछ' अनुभागों में मिलने वाले विवरण का उपयोग करके प्राप्त किया जाता है और यह 300 से 900 के बीच होता है.
आपका स्कोर 900 के जितना करीब होता है, आपके ऋण आवेदन के स्वीकृत होने की उतनी ही ज़्यादा संभावनाएं होती हैं.
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. क्या CIBIL मेरे रिकॉर्ड को हटा सकता है या उसमें बदलाव कर सकता है?
CIBIL आपकी CIR में प्रदर्शित रिकॉर्ड को हटा नहीं सकता या उसमें बदलाव नहीं कर सकता है; हम सिर्फ़ अपने सदस्यों (बैंकों और वित्तीय संस्थानों) द्वारा हमें दिए गए व्यक्तियों के रिकॉर्ड को एकत्रित करते हैं. इसमें कोई ‘अच्छा’ और ‘खराब’ क्रेडिट या डिफ़ॉल्टर की सूची भी नहीं होती है.
जब मेरा स्कोर "NA" या "NH” होता है, तो इसका क्या मतलब होता है?
“NA” या “NH” का स्कोर होना किसी भी तरह से खराब बिल्कुल नहीं है. इसका मतलब नीचे दिए गए आशय में से कोई एक हो सकता है:
आपके पास कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है या आपके पास स्कोर बताने के लिए कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है यानी आप क्रेडिट सिस्टम में नए हैं.
पिछले कुछ वर्षों में आपकी कोई क्रेडिट गतिविधि नहीं है
आपके पास सभी एड-ऑन क्रेडिट कार्ड हैं और आपका कोई भी क्रेडिट एक्सपोज़र नहीं है
यह नोट करना महत्वपूर्ण है कि जबकि इन स्कोर को ऋणदाता द्वारा नकारात्मक रूप से नहीं देखा जा सकता है, फिर भी कुछ ऋणदाताओं की क्रेडिट नीति उन्हें “NA” या “NH” (ऐसे आवेदक जिनका कोई भी क्रेडिट ट्रैक रिकॉर्ड नहीं है)
स्कोर वाले आवेदकों को ऋण प्रदान करने से रोकती है. इसलिए, हो सकता है कि किसी अन्य स्थान पर ऋण के लिए आवेदन करने पर आपके लिए बेहतर संभावनाएं मौजूद हों.
सिबिल ट्रांसयूनियन स्कोर 2.0 क्या है?
CIBIL स्कोर 2.0, CIBIL स्कोर का नया, अपडेट किया गया संस्करण है, जिसे उपभोक्ता की प्रोफ़ाइल और क्रेडिट डेटा के मौजूदा रुझानों और बदलावों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया है.
बैंक तेज़ी से नए संस्करण पर स्विच कर रहे हैं और हो सकता है कि पुराने संस्करण से तुलना करने पर आपको नए संस्करण में अंतर दिखाई दे (यानी, हो सकता है कि स्कोर 2.0, पुराने संस्करण के मुकाबले कम हो).
कृपया ध्यान दें, डैशबोर्ड पर प्रदर्शित स्कोर, पुराना संस्करण है. हालांकि, क्रेडिट स्कोर में इस अंतर से ऋण स्वीकृति की प्रक्रिया के दौरान क्रेडिट से जुड़े फैसलों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है
क्योंकि ऋण के आवेदन को प्रोसेस करते समय स्कोर के दोनों संस्करणों की पात्रता सीमा अलग अलग हो सकती है. ऋणदाता, जिस संस्करण का उपयोग कर रहे हैं, उस पर निर्भर करते हुए उनका ऋण योग्यता का मापदंड अलग-अलग हो सकता है.
CIBIL स्कोर 2.0 में उन व्यक्तियों के लिए जोखिम इंडेक्स स्कोर सीमा भी प्रस्तुत की गई है, जिनका क्रेडिट इतिहास 6 माह से कम समय का है. इन व्यक्तियों को पुराने संस्करण में
“कोई इतिहास नहीं– NH” की श्रेणी के तहत श्रेणीबद्ध किया गया था. इस स्कोर की सीमा 1 – 5 है, जिसमें 1 “उच्च जोखिम” को और 5 “कम जोखिम” दर्शाता है.
स्कोर और इंडेक्स
व्याख्या (यानी यह स्कोर किन लोगों के लिए प्रदर्शित होता है)
NA या NH
· व्यक्ति का कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है; इसलिए हमें कोई भी जानकारी रिपोर्ट नहीं की गई है
· व्यक्ति की क्रेडिट रिपोर्ट में सिर्फ़ पूछताछ हो सकती है यानी बैंकों ने क्रेडिट रिपोर्ट को एक्सेस किया है लेकिन उसे कोई भी ऋण नहीं दिया हो
· उस व्यक्ति के लिए हमें पिछले 24 महीनों में क्रेडिट की कोई जानकारी रिपोर्ट नहीं की गई हो
1-5
· व्यक्ति का क्रेडिट इतिहास 6 माह से कम अवधि पहले का हो
· यह इंडेक्स जितना उच्च होगा, जोखिम उतना ही कम होगा
300-900
· व्यक्ति का क्रेडिट इतिहास 6 माह से ज़्यादा अवधि का है और उसके क्रेडिट इतिहास की जानकारी हमें पिछले 24 माह में की गई हो
· यह स्कोर जितना उच्च होगा, जोखिम उतना ही कम होगा
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