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1. शुरुआत में योग करते समय हमेशा योग विशेषज्ञ के देखरेख में ही योग करे और पूर्णतः प्रशिक्षित होने के बाद ही अकेले योग करे। 2. योग से जुड़ा कोई भी प्रश्न मन में हो तो विशेषज्ञ से जरूर पूछे। 3. योग करना का सबसे बेहतर समय सुबह का होता हैं। सुबह सूर्योदय होने के आधा घंटे पहले से लेकर सूर्योदय होने के 1 घंटे बाद तक का समय विशेष लाभदायक होता हैं। 4. सुबह योग करने से पहले आपका पेट साफ होना आवश्यक हैं। 5. नहाने के 20 मिनिट पहले या बाद में योग नहीं करटे बाद ही करे।

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क्यों है सावन की विशेषता?

हिन्दू धर्म की पौराणिक मान्यता के अनुसार सावन महीने को देवों के देव महादेव भगवान शंकर का महीना माना जाता है। इस संबंध में पौराणिक कथा है कि जब सनत कुमारों ने महादेव से उन्हें सावन महीना प्रिय होने का कारण पूछा तो महादेव भगवान शिव ने बताया कि जब देवी सती ने अपने पिता दक्ष के घर में योगशक्ति से शरीर त्याग किया था, उससे पहले देवी सती ने महादेव को हर जन्म में पति के रूप में पाने का प्रण किया था। अपने दूसरे जन्म में देवी सती ने पार्वती के नाम से हिमाचल और रानी मैना के घर में पुत्री के रूप में जन्म लिया। पार्वती ने युवावस्था के सावन महीने में निराहार रह कर कठोर व्रत किया और उन्हें प्रसन्न कर विवाह किया, जिसके बाद ही महादेव के लिए यह विशेष हो गया।

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8.24.2020

Aaj Ka Hindu Panchang | आज का हिन्दू पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 24 अगस्त 2020*

⛅ *दिन - सोमवार*

⛅ *विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)*

⛅ *शक संवत - 1942*

⛅ *अयन - दक्षिणायन*

⛅ *ऋतु - शरद*

⛅ *मास - भाद्रपद*

⛅ *पक्ष - शुक्ल* 

⛅ *तिथि - षष्ठी दोपहर 02:31 तक तत्पश्चात सप्तमी*

⛅ *नक्षत्र - स्वाती शाम 03:20 तक तत्पश्चात विशाखा*

⛅ *योग - ब्रह्म रात्रि 12:30 तक तत्पश्चात इन्द्र*

⛅ *राहुकाल - सुबह 07:45 से सुबह 09:20 तक* 

⛅ *सूर्योदय - 06:21* 

⛅ *सूर्यास्त - 19:00* 

⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*

⛅ *व्रत पर्व विवरण - सूर्य षष्ठी*

 💥 *विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *लक्ष्मी प्रप्ति व्रत* 🌷

➡ *25 अगस्त 2020 मंगलवार से महालक्ष्मी व्रत प्रारंभ*

🙏🏻 *भाद्रपद शुक्ल अष्टमी से आश्विन कृष्ण अष्टमी तक घर में अगर कोई महालक्ष्मी माता का पूजन करे और रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे तो उस के घर में लक्ष्मी बढ़ती जाती है…*

➡ *इस वर्ष ये योग 25 अगस्त 2020 मंगलवार से 10 सितम्बर 2020 गुरुवार तक है…*

🙏🏻 *1) महालक्ष्मी का पूजन करें .*

🌙 *2)रात को चन्द्रमा को अर्घ्य देना कच्चे दूध(थोडासा) से फिर पानी से.. .*

🙏🏻 *3)महालक्ष्मी का मन्त्र जप करना.*

🌷 *ॐ श्रीं नमः*

🌷 *ॐ विष्णु प्रियाय नमः*

🌷 *ॐ महा लक्ष्मै नमः*

➡ *इन में से कोई भी एक जप करे..*

🙏🏻 

             🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है तो* 🌷

🙏🏻 *स्कंदपुराण और दूसरे ग्रंथों में बात आयी है कि जिन लोगों के घर में सदैव आर्थिक परेशानी रहती है उनके लिए भाद्र शुक्ल अष्टमी (25 अगस्त, मंगलवार) के दिन से लेकर आश्विन कृष्ण अष्टमी (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार भाद्रपद कृष्ण अष्टमी) माने 10 सितम्बर, गुरुवार तक महालक्ष्मी माता का पूजन विधान स्कंदपुराण, आदि ग्रंथो में बताया गया है और इस सरल विधान के अनुसार 17 दिनों में - 25 अगस्त से 10 सितम्बर तक नित्य प्रात: लक्ष्मी माता का सुमिरन करते हुए – ॐ लक्ष्‍मयै नम: ॐ लक्ष्‍मयै नम: ॐ लक्ष्‍मयै नम: मंत्र का 16 बार प्रति दिन जप करें और फिर लक्ष्मीमाता का पूजन करते हुए एक श्लोक पाठ करें  । इससे समय, शक्ति खर्च नहीं होगी उल्टा  पुण्य भी  बढ़ेगा | श्लोक इस प्रकार है-*

🌷 *धनं धान्यं धराम हरम्यम, कीर्तिम आयुर्यश: श्रीयं,*

*दुर्गां दंतीन: पुत्रां, महालक्ष्मी प्रयच्‍छ मे '*

 *"ॐ श्री महालक्ष्मये नमः" "ॐ श्री महालक्ष्मये नमः"*

🙏🏻 


             🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🙏🍀🌷🌻🌺🌸🌹🍁🙏🚩🚩 *" ll जय श्री राम ll "* 🚩🚩


🙏🏻🚩🇮🇳🔱🏹🐚🕉

7.06.2019

आज का हिन्दू पंचांग | Aaj Ka Hindu Punchang

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 07 जुलाई 2019*
⛅ *दिन - रविवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - वर्षा*
⛅ *मास - आषाढ़*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पंचमी दोपहर 10:19 तक तत्पश्चात षष्ठी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी रात्रि 08:14 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग - व्यतिपात शाम 06:33 तक तत्पश्चात वरीयान्*
⛅ *राहुकाल - शाम 05:33 से शाम 07:13 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:03*
⛅ *सूर्यास्त - 19:23*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - पंचमी को बेल खाने से कलंक लगता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *इसका आपको सुफल प्राप्त होगा* 🌷
🐄 *कहीं जाते समय आपको यदि बछड़े को दूध पिलाती हुई देशी गाय मिले तो आप उसे कोई फल अथवा हरा चारा, गुड़, रोटी आदि खिलायें |*
🐄 *यह बहुत शुभ संकेत हैं,  जिसका आपको सुफल प्राप्त होगा |*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *कर्ज से संबंधित समस्या के लिए*🌷
👦🏻 *कई बार पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाने के लिए लोगों को कर्ज  लेना पड़ता है। गलत दिन या नक्षत्र में लिया गया पैसा आसानी से नहीं चुकता। ऐसी स्थिति में कर्ज पर ब्याज बढ़ता रहता है। कई बार स्थिति काफी परेशानी वाली हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ऐसी स्थिति में हर बुधवार को ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत का पाठ करने से आपकी इस समस्या का निदान हो सकता है।*
➡ *भगवान गणेशजी का ध्यान करें*
*ॐ सिन्दूर-वर्णं द्वि-भुजं गणेशं लम्बोदरं पद्म-दले निविष्टम्।*
*ब्रह्मादि-देवैः परि-सेव्यमानं सिद्धैर्युतं तं प्रणामि देवम्।।*
🌷 *।।मूल-पाठ।।*
*सृष्ट्यादौ ब्रह्मणा सम्यक् पूजित: फल-सिद्धए।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।1*
*त्रिपुरस्य वधात् पूर्वं शम्भुना सम्यगर्चित:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।2*
*हिरण्य-कश्यप्वादीनां वधार्थे विष्णुनार्चित:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।3*
*महिषस्य वधे देव्या गण-नाथ: प्रपुजित:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।4*
*तारकस्य वधात् पूर्वं कुमारेण प्रपूजित:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।5*
*भास्करेण गणेशो हि पूजितश्छवि-सिद्धए।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।6*
*शशिना कान्ति-वृद्धयर्थं पूजितो गण-नायक:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।7*
*पालनाय च तपसां विश्वामित्रेण पूजित:।*
*सदैव पार्वती-पुत्र: ऋण-नाशं करोतु मे।।8*
*इदं त्वृण-हर-स्तोत्रं तीव्र-दारिद्र्य-नाशनं,*
*एक-वारं पठेन्नित्यं वर्षमेकं सामहित:।*
*दारिद्र्यं दारुणं त्यक्त्वा कुबेर-समतां व्रजेत्।।*
👉🏻 *कैसे करें ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत का पाठ*
➡ *- हर बुधवार सुबह उठकर स्नान आदि करने के बाद भगवान श्रीगणेश की पूजा करें।*
➡ *- भगवान श्रीगणेश को दूर्वा चढ़ाएं और लड्डुओं का भोग लगाएं।*
➡ *- इसके बाद शुद्ध घी का दीपक जलाकर ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत का मन ही मन पाठ करें।*
➡ *- इस तरह ऋणहर्ता गणपति स्त्रोत का पाठ करने से आपकी कर्ज से संबंधित समस्याएं दूर हो सकती हैं।*
            🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌺☘💐🌸🌻🌹🌷🙏🏻

6.11.2019

आज का हिन्दू पंचांग - aaj ka hindu punchang 04 जुलाई 2019

                                 🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

 दिनांक 04 जुलाई 2019
आज का हिन्दू पंचांग

आज का हिन्दू पंचांग


⛅ *दिन - गुरुवार* 
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - दक्षिणायन*
⛅ *ऋतु - वर्षा*
⛅ *मास - आषाढ़*
⛅ *पक्ष - शुक्ल* 
⛅ *तिथि - द्वितीया रात्रि 07:10 तक तत्पश्चात तृतीया*
⛅ *नक्षत्र - पुष्य 5 जुलाई रात्रि 02:30 तक तत्पश्चात अश्लेशा*
⛅ *योग - व्याघात सुबह 08:22 तक तत्पश्चात हर्षण*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 02:12 से शाम 03:52 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:01*
⛅ *सूर्यास्त - 19:23* 
⛅ *दिशाशूल - दक्षिण दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - भगवान जगन्नाथ रथयात्रा, गुरुपुष्यामृत योग (सूर्योदय से रात्रि 02:30 तक)*
💥 *विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा गन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *गुप्त नवरात्रि* 🌷

➡ *आषाढ़ मास की शुक्ल प्रतिपदा से नवमी तिथि तक गुप्त नवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। बहुत कम लोग इस नवरात्रि के बारे में जानते हैं, इसलिए इसे गुप्त नवरात्रि कहा जाता है। गुप्त नवरात्रि में किए गए उपाय जल्दी ही शुभ फल प्रदान कर सकते हैं। धन, नौकरी, स्वास्थ्य, संतान, विवाह, प्रमोशन आदि कई मनोकामनाएं इन 9 दिनों में किए गए उपायों से प्राप्त हो सकते हैं । अगर आपके मन में कोई मनोकामना है तो आगे बताए गए उपायों से वह पूरी हो सकती है। ये उपाय इस प्रकार हैं-*
आज का हिन्दू पंचांग - aaj ka hindu punchang
आज का हिन्दू पंचांग
💰 *1. धन लाभ के लिए उपाय*
*गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन स्नान आदि करने के बाद उत्तर दिशा की ओर मुख करके पीले आसन पर बैठ जाएं। अपने सामने तेल के ९ दीपक जला लें। ये दीपक साधनाकाल तक जलते रहना चाहिए। दीपक के सामने लाल चावल (चावल को रंग लें) की एक ढेरी बनाएं फिर उस पर एक श्रीयंत्र रखकर उसका कुम कुम, फूल, धूप, तथा दीप से पूजन करें।*
➡ *उसके बाद एक प्लेट पर स्वस्तिक बनाकर उसे अपने सामने रखकर उसका पूजन करें। श्रीयंत्र को अपने पूजा स्थल पर स्थापित कर लें और शेष सामग्री को नदी में प्रवाहित कर दें। इस प्रयोग से आपको अचानक धन लाभ होने के योग बन सकते हैं।*
👨🏻👩🏻 *2. शीघ्र विवाह के लिए उपाय*
*गुप्त नवरात्रि में शिव-पार्वती का एक चित्र अपने पूजास्थल में रखें और उनकी पूजा करने के बाद नीचे लिखे मंत्र का 3, 5 अथवा 10 माला जप करें। जप के बाद भगवान शिव से विवाह में आ रही बाधाओं को दूर करने की प्रार्थना करें-*
🌷 *मंत्र- ऊं शं शंकराय सकल-जन्मार्जित-पाप-विध्वंसनाय,*
*पुरुषार्थ-चतुष्टय-लाभाय च पतिं मे देहि कुरु कुरु स्वाहा।।*
👨🏻 *3. मनपसंद वर के लिए उपाय*
*गुप्त नवरात्रि के दौरान किसी भी दिन अपने पास स्थित शिव मंदिर में जाएं। वहां भगवान शिव एवं मां पार्वती पर जल एवं दूध चढ़ाएं और पंचोपचार (चंदन, पुष्प, धूप, दीप एवं नैवेद्य) से उनका पूजन करें। अब मौली (पूजा में उपयोग किया जाने वाला लाल धागा) से उन दोनों के मध्य गठबंधन करें। अब वहां बैठकर लाल चंदन की माला से इस मंत्र का जप 108 बार करें-*
🌷 *हे गौरी शंकरार्धांगी। यथा त्वं शंकर प्रिया।*
*तथा मां कुरु कल्याणी, कान्त कान्तां सुदुर्लभाम्।।*
➡ *इसके बाद तीन महीने तक रोज इसी मंत्र का जप शिव मंदिर में अथवा अपने घर के पूजाकक्ष में मां पार्वती के सामने 108 बार करें। घर पर भी आपको पंचोपचार पूजा करनी है।*
💵 *4. बरकत बढ़ाने का उपाय*
*गुप्त नवरात्रि में किसी भी दिन सुबह स्नान कर साफ कपड़े में अपने सामने मोती शंख को रखें और उस पर केसर से स्वस्तिक का चिह्न बना दें। इसके बाद नीचे लिखे मंत्र का जप करें-*
🌷 *श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:*
➡ *मंत्र का जप स्फटिक माला से ही करें। मंत्रोच्चार के साथ एक-एक चावल इस शंख में डालें। इस बात का ध्यान रखें की चावल टूटे हुए ना हो। यह प्रयोग लगातार नौ दिनों तक करें। इस प्रकार रोज एक माला जप करें। उन चावलों को एक सफेद रंग के कपड़े की थैली में रखें और 9 दिन के बाद चावल के साथ शंख को भी उस थैली में रखकर तिजोरी में रखें। इस उपाय से घर की बरकत बढ़ सकती है।*
👩🏻 *5. मनचाही दुल्हन के लिए उपाय*
*गुप्त नवरात्रि के दौरान जो भी सोमवार आए। उस दिन सुबह किसी शिव मंदिर में जाएं। वहां शिवलिंग पर दूध, दही, घी, शहद और शक्कर चढ़ाते हुए उसे अच्छी तरह से साफ करें। फिर शुद्ध जल चढ़ाएं और पूरे मंदिर में झाड़ू लगाकर उसे साफ करें। अब भगवान शिव की चंदन, पुष्प एवं धूप, दीप आदि से पूजा करें।*
➡ *रात 10 बजे के बाद अग्नि प्रज्वलित कर ऊं नम: शिवाय मंत्र का उच्चारण करते हुए घी से 108 आहुति दें। अब 40 दिनों तक नित्य इसी मंत्र का पांच माला जप भगवान शिव के सामने करें। इससे शीघ्र ही आपकी मनोकामना पूर्ण होने के योग बनेंगे।*
आज का हिन्दू पंचांग - aaj ka hindu punchang 04 जुलाई 2019

~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~


🤷🏻‍♂ *6. इंटरव्यु में सफलता का उपाय*
*गुप्त नवरात्रि में किसी भी दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद सफेद रंग का सूती आसन बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुख करके उस पर बैठ जाएं। अब अपने सामने पीला कपड़ा बिछाकर उस पर 108 दानों वाली स्फटिक की माला रख दें और इस पर केसर व इत्र छिड़क कर इसकी पूजा करें।*
➡ *इसके बाद धूप, दीप और अगरबत्ती दिखाकर नीचे लिखा मंत्र 31 बार बोलें। इस प्रकार 11 दिन तक करने से वह माला सिद्ध हो जाएगी। जब भी किसी इंटरव्यु में जाएं तो इस माला को पहन कर जाएं। ये उपाय करने से इंटरव्यु में सफलता की संभावना बढ़ सकती है।*
🌷 *मंत्र- ऊं ह्लीं वाग्वादिनी भगवती मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु फट् स्वाहा।*
👨🏻👩🏻 *7. दांपत्य सुख के लिए उपाय*
*यदि जीवनसाथी से अनबन होती रहती है तो गुप्त नवरात्रि में रोज नीचे लिखी चौपाई को पढ़ते हुए 108 बार अग्नि में घी से आहुतियां दें। इससे यह चौपाई सिद्ध हो जाएगी। अब नित्य सुबह उठकर पूजा के समय इस चौपाई को 21 बार पढ़ें। यदि संभव हो तो अपने जीवनसाथी से भी इस चौपाई का जप करने के लिए कहें-*
🌷 *​चौपाई*
*सब नर करहिं परस्पर प्रीति।*
*चलहिं स्वधर्म निरत श्रुति नीति।।*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🙏🏻🌷🌻☘🌸🌹🌼🌺💐🙏🏻

5.31.2019

aaj ka hindu punchang - आज का हिन्दू पंचांग


                                 आज का हिन्दू पंचांग

aaj ka hindu punchang - आज का हिन्दू पंचांग
aaj ka hindu punchang - आज का हिन्दू पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 01 जून 2019*
⛅ *दिन - शनिवार* 
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - वैशाख)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण* 
⛅ *तिथि - त्रयोदशी शाम 05:16 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
⛅ *नक्षत्र - भरणी रात्रि 12:43 तक तत्पश्चात कृत्तिका*
⛅ *योग - शोभन दोपहर 01:01तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:05 से सुबह 10:45 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 05:58*
⛅ *सूर्यास्त - 19:14* 
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - मासिक शिवरात्रि*
💥 *विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *शनि जयंती* 🌷
🙏🏻 *शास्त्रों के अनुसार शनि देवजी का जन्म ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को रात के समय हुआ था।*
➡ *इस बार शनि जयंती 03 जून 2019 सोमवार को पड़ रही है।*
🌞 *सुबह जल्दी स्नान आदि से निवृत्त होकर सबसे पहले अपने इष्टदेव, गुरु और माता-पिता का आशीर्वाद लें।*
➡ *पूजा क्रम शुरू करते हुए सबसे पहले शनिदेव के इष्ट भगवान शिव का 'ऊँ नम: शिवाय' बोलते हुए गंगाजल, कच्चा दूध तथा काले तिल से अभिषेक करें। अगर घर में पारद शिवलिंग है तो उनका अभिषेक करें अन्यथा शिव मंदिर जाकर अभिषेक करें। भांग, धतूरा एवं हो सके तो 108 आंकडे के फूल जरूर चढ़ाएं। द्वादश ज्योतिर्लिंग के नाम को उच्चारण करें।*
🙏🏻 *सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्‌।*
*उज्जयिन्यां महाकालमोंकारं ममलेश्वरम्‌ ॥1॥*
*परल्यां वैजनाथं च डाकियन्यां भीमशंकरम्‌।*
*सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने ॥2॥*
*वारणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमी तटे।*
*हिमालये तु केदारं ध्रुष्णेशं च शिवालये ॥3॥*
*एतानि ज्योतिर्लिंगानि सायं प्रातः पठेन्नरः।*
*सप्तजन्मकृतं पापं स्मरेण विनश्यति ॥4॥*
🙏🏻 *अब शनिदेव की पूजा शुरू करते हुए सर्वप्रथम शनिदेव का सरसों के तेल से अभिषेक करें।*
🌷 *“ऊँ शं शनैश्चराय नम:” का निरंतर जप करते रहें ।*
🔥 *सरसों के तेल का दीपक प्रज्वलित करें तथा कस्तूरी अथवा चन्दन की धूप अर्पित करें ।*
🌷 *शनि के वैदिक मंत्र का उच्चारण करें* 🌷
*नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम्*
*छायामार्तण्ड संभूतम् तम नमामि शनैश्चरम्॥"*
🌷 *अब स्त्रोत्र का पाठ करें* 🌷
*नमस्ते कोण संस्थाय पिंगलाय नमोऽस्तुते।*
*नमस्ते बभ्रुरुपाय कृष्णाय नमोऽस्तुते॥*
*नमस्ते रौद्रदेहाय नमस्ते चांतकायच।*
*नमस्ते यमसंज्ञाय नमस्ते सौरये विभो॥*
*नमस्ते मंदसंज्ञाय शनैश्चर नमोऽस्तुते।*
*प्रसादं कुरू देवेश दीनस्य प्रणतस्य च॥*
🔥 *शाम को पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल के दीपक को प्रज्जवलित करें। शनिदेव से प्रार्थना करें कि सभी समस्याएं दूर हों और बुरे समय से पीछा छूट जाए। इसके बाद पीपल की सात परिक्रमा करें।*
    🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

5.28.2019

AAJ KA PUNCHANG - आज का हिन्दू पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

                   
                ⛅ *दिनांक 29 मई 2019*
AAJ KA PUNCHANG - आज का हिन्दू पंचांग
आज का हिन्दू पंचांग

 *दिन - बुधवार*
 *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
 *शक संवत -1941*
 *अयन - उत्तरायण*
 *ऋतु - ग्रीष्म*
 *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - वैशाख)*
 *पक्ष - कृष्ण*
 *तिथि - दशमी शाम 03:21 तक तत्पश्चात एकादशी*
 *नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद रात्रि 09:19 तक तत्पश्चात रेवती*
 *योग - प्रीति दोपहर 02:17 तत्पश्चात आयुष्मान्*
 *राहुकाल - दोपहर 12:24 से दोपहर 02:04 तक*
 *सूर्योदय - 05:58*
 *सूर्यास्त - 19:14*
 *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
 *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - 

                      *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


AAJ KA PUNCHANG - आज का हिन्दू पंचांग
आज का हिन्दू पंचांग

🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
 *29 मई 2019 बुधवार दोपहर 03:21 से 30 मई, गुरुवार को शाम 04:38 तक एकादशी है ।*
💥 *विशेष - 30 मई, गुरुवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जला के विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
AAJ KA PUNCHANG - आज का हिन्दू पंचांग
AAJ KA PUNCHANG - आज का हिन्दू पंचांग


🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के जो दिन चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है।*

🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞 

🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷

5.20.2019

आज का पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक 20 मई 2019*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - वैशाख)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण*
⛅ *तिथि - द्वितीया 21 मई रात्रि 01:21 तक तत्पश्चात तृतीया*
⛅ *नक्षत्र - ज्येष्ठा 21 मई प्रातः 02:30 तक तत्पश्चात मूल*
⛅ *योग - शिव शाम 11:31तक तत्पश्चात सिद्ध*
⛅ *राहुकाल - सुबह 07:27 से सुबह 09:06 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:00*
⛅ *सूर्यास्त - 19:10*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण -
💥 *विशेष - द्वितीया को बृहती (छोटा बैंगन या कटेहरी) खाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *गर्मी की बीमारियों की जड़ें काटनेवाला है पेठा* 🌷
🍈 *पका हुआ पेठा त्रिदोषशामक, विशेषत:  पित्तशामक है | गर्मी से जो बीमारियाँ होती हैं  यह उन सबकी जड़ें काटता है |*
🚶🏻 *पेठा थकान तो मिटाता है, साथ में नींद भी अच्छी लाता है | पका पेठा अमृत के समान है | पेठे के बीज भी बादाम के समान गुणकारी हैं  |*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *परेशानियां दूर करने के लिए* 🌷
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार शिवजी की इच्छा से ही इस संपूर्ण सृष्टि की रचना ब्रह्माजी ने की है और इसका पालन भगवान विष्णु कर रहे हैं। इसलिए शिवजी की पूजा से बड़ी-बड़ी परेशानियां भी दूर हो सकती हैं। सोमवार शिवजी की पूजा के लिए  श्रेष्ठ दिन माना जाता है। यहां जानिए ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शिव पूजा के 10 उपाय। इनमें से कोई 1 भी हर सोमवार को करेंगे तो शिवजी की कृपा से  आपकी सभी परेशानियां दूर हो सकती हैं...*
1⃣ *अगर किसी व्यक्ति की शादी में बाधाएं आ रही हैं तो शिवलिंग पर केसर मिला कर दूध चढ़ाएं। माता पार्वती की भी पूजा करें।*
2⃣ *मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं। इस दौरान ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। ये उपाय सोमवार से शुरू करें और इसके बाद रोज करें। इससे बुरा समय दूर हो सकता है।*
3⃣ *21 बिल्व पत्रों पर चंदन से ऊँ नम: शिवाय लिखकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इससे शिवजी की कृपा मिलती है।*
4⃣ *शिवजी के वाहन नंदी यानी बैल को हरा चारा खिलाएं। इससे जीवन में सुख-समृद्धि बढ़ती है और परेशानियाँ खत्म होती हैं।*
5⃣ *अपने सामर्थ्य के अनुसार गरीबों को भोजन कराएं, इससे आपके घर में कभी अन्न की कमी नहीं होगी। साथ ही पितरों की आत्मा को शांति मिलेगी।*
6⃣ *तांबे के लोटे में पानी लेकर काले तिल मिलाएं और शिवलिंग पर चढ़ाएं। ऊँ नम: शिवाय मंत्र का जप करें। इससे शनि के दोष दूर होते हैं।*
7⃣ *घर में पारद शिवलिंग लेकर आए और रोज इस शिवलिंग की पूजा करें। इससे आपकी आमदनी बढ़ाने के योग बन सकते हैं।*
8⃣ *आटे से 11 शिवलिंग बनाएं। 11 बार इनका जलाभिषेक करें। इस उपाय से संतान प्राप्ति के योग बनते हैं।*
9⃣ *शिवलिंग पर शुद्ध घी चढ़ाएं। फिर जल चढ़ाएं। इससे संतान संबंधी परेशानियां दूर हो सकती हैं।*
1⃣0⃣ *भगवान शिव का अभिषेक करें। ऊँ नमः शिवाय मंत्र जप करें। शाम को शिव मंदिर में 11 घी के दीपक जलाए।*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

5.18.2019

आज का हिन्दू पंचांग हिन्ददी में | aaj ka punchang

          आज का हिन्दू पंचांग

आज का हिन्दू पंचांग
आज का पंचांग


🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 19 मई 2019*
⛅ *दिन - रविवार* 
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार - वैशाख)*
⛅ *पक्ष - कृष्ण* 
⛅ *तिथि - प्रतिपदा 20 मई रात्रि 01:43 तक तत्पश्चात द्वितीया*
⛅ *नक्षत्र - अनुराधा 20 मई प्रातः 02:08 तक तत्पश्चात ज्येष्ठा*
⛅ *योग - परिघ शाम 01:08 तत्पश्चात शिव*
⛅ *राहुकाल - शाम 05:20 से शाम 06:59 तक* 
⛅ *सूर्योदय - 06:00*
⛅ *सूर्यास्त - 19:09* 
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - देवर्षि नारदजी जयंती*
💥 *विशेष - प्रतिपदा को कूष्माण्ड(कुम्हड़ा, पेठा) न खाये, क्योंकि यह धन का नाश करने वाला है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
💥 *रविवार के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)*
💥 *रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)*
💥 *स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *सौभाग्य-रक्षा और सुख-शांति व समृद्धि बढ़ाने हेतु* 🌷
👩🏻 *माताएँ-बहनें रोज स्नान के बाद पार्वती माता का स्मरण करते-करते उत्तर दिशा की ओर मुख करके तिलक करें और पार्वती माता को इस मंत्र से वंदन करें :*
🌷 *“ॐ ह्रीं गौर्यै नम: |”*
👩🏻 *इससे माताओं –बहनों के सौभाग्य की रक्षा होगी तथा घर में सुख-शांति और समृद्धि बढ़ेगी |*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
आज का हिन्दू पंचांग
आज का पंचांग

🌷 *ज्येष्ठ मास* 🌷
🙏🏻 *महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 106 के अनुसार “ज्येष्ठामूलं तु यो मासमेकभक्तेन संक्षिपेत्। ऐश्वर्यमतुलं श्रेष्ठं पुमान्स्त्री वा प्रपद्यते।।” जो एक समय ही भोजन करके ज्येष्ठ मास को बिताता है वह स्त्री हो या पुरुष, अनुपम श्रेष्ठ एश्‍वर्य को प्राप्त होता है।*
🙏🏻 *शिवपुराण के अनुसार ज्येष्ठ में तिल का दान बलवर्धक और मृत्युनिवारक होता है।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के दिन मूल नक्षत्र होने पर मथुरा में स्नान करके विधिवत् व्रत-उपवास करके भगवान कृष्ण की पूजा उपासना करते हुए श्री नारद पुराण का श्रवण करें तो भक्ति जन्म-जन्मान्तरों के पाप से मुक्त हो जाता है। माया के जाल से मुक्त होकर निरंजन हो जाता है। भगवान् विष्णु के चरणों में वृत्ति रखने वाला संसार के प्रति अनासक्त होकर फलस्वरूप जीव मुक्ति को प्राप्त करता हुआ वैकुंठ वासी हो जाता है।*
🙏🏻 *धर्मसिन्धु के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा को तिलों के दान से अश्वमेध यज्ञ का फल होता है।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को अपरा एकादशी का व्रत किया जाता है।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ कृष्ण अमावस्या को शनि जयंती मनाई जाती है।  शास्त्रों के अनुसार शनि देव जी का जन्म ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को रात के समय हुआ था।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ शुक्ल दशमी को गंगा दशहरा का पवित्र त्यौहार मनाया जाता है।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को निर्जला एकादशी का व्रत किया जाता है।*
🙏🏻 *महाभारत अनुशासन पर्व अध्याय 109 के अनुसार ज्येष्ठ मास की द्वादशी तिथि को दिन-रात उपवास करके जो भगवान त्रिविक्रम की पूजा करता है, वह गोमेध यज्ञ का फल पाता और अप्सराओं के साथ आनन्द भोगता है ।*

🌷 *विष्णुपुराण के अनुसार*

*यमुनासलिले स्त्रातः पुरुषो* *मुनिसत्तम!*
*ज्येष्ठामूलेऽमले पक्षे द्रादश्यामुपवासकृत् ।। ६-८-३३ ।।*
*तमभ्यर्च्च्याच्युतं संम्यङू मथुरायां समाहितः ।*
*अश्वमेधस्य यज्ञस्य प्राप्तोत्यविकलं फलम् ।। ६-८-३४ ।।*
🙏🏻 *ज्येष्ठ मास के शुक्लपक्ष की द्वादशी को मथुरापुरी में उपवास करते हुए यमुना स्नान करके समाहितचित से श्रीअच्युत का भलीप्रकार पूजन करने से मनुष्य को अश्वमेध-यज्ञ का सम्पूर्ण फल मिलता है।*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

5.17.2019

आज का पंचांग हिन्दी में | Aaj ka punchang

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞


⛅ *दिनांक 18 मई 2019*
⛅ *दिन - शनिवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - पूर्णिमा 19 मई रात्रि 02:41 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र - विशाखा 19 मई प्रातः 02:23 तक तत्पश्चात अनुराधा*
⛅ *योग - वरीयान् शाम 03:12 तत्पश्चात परिघ*
⛅ *राहुकाल - सुबह 09:06 से सुबह 10:45 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:01*
⛅ *सूर्यास्त - 19:08*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - व्रत पूर्णिमा, वैशाख-बुद्ध पूर्णिमा, वैशाख स्नान समाप्त, कूर्म जयंती*
💥 *विशेष - पूर्णिमा के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
💥 *ब्रह्म पुराण' के 118 वें अध्याय में शनिदेव कहते हैं- 'मेरे दिन अर्थात् शनिवार को जो मनुष्य नियमित रूप से पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उनके सब कार्य सिद्ध होंगे तथा मुझसे उनको कोई पीड़ा नहीं होगी। जो शनिवार को प्रातःकाल उठकर पीपल के वृक्ष का स्पर्श करेंगे, उन्हें ग्रहजन्य पीड़ा नहीं होगी।' (ब्रह्म पुराण')*
💥 *शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष का दोनों हाथों से स्पर्श करते हुए 'ॐ नमः शिवाय।' का 108 बार जप करने से दुःख, कठिनाई एवं ग्रहदोषों का प्रभाव शांत हो जाता है। (ब्रह्म पुराण')*
💥 *हर शनिवार को पीपल की जड़ में जल चढ़ाने और दीपक जलाने से अनेक प्रकार के कष्टों का निवारण होता है ।(पद्म पुराण)*
💥 *नौकरी - व्यवसाय में सफलता, आर्थिक समृद्धि एवं कर्ज मुक्ति हेतु कारगर प्रयोग शनिवार के दिन पीपल में दूध, गुड, पानी मिलाकर चढायें एवं प्रार्थना करें - 'हे प्रभु ! आपने गीता में कहा है कि वृक्षों में पीपल मैं  हूँ । हे भगवान ! मेरे जीवन में यह परेशानी है । आप कृपा करके मेरी यह परेशानी (परेशानी, दुःख का नाम लेकर ) दूर करने की कृपा करें । पीपल का स्पर्श करें व प्रदक्षिणा करें ।*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *श्रीमद्भागवत पुराण* 🌷
🙏🏻 *श्रीमद्भागवत पुराण हिंदू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है। इस ग्रंथ की रचना आज से लगभग 5000 साल पहले कर दी गई थी। आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि कलयुग में क्या-क्या घटित होगा इसकी भविष्यवाणी भागवत पुराण में पहले ही दे दी गई थी। जानिए श्रीमद्भागवत पुराण में की गई कलियुग से जुड़ी 10 भविष्यवाणियां..*
 1⃣ *ततश्चानुदिनं धर्मः सत्यं शौचं क्षमा दया ।*
*कालेन बलिना राजन् नङ्‌क्ष्यत्यायुर्बलं स्मृतिः ॥*
  💥 *अर्थ - कलयुग में धर्म, स्वच्छता, सत्यवादिता, स्मृति, शारीरक शक्ति, दया भाव और जीवन की अवधि दिन-दिन घटती जाएगी.*
2⃣  *वित्तमेव कलौ नॄणां जन्माचारगुणोदयः ।*
*धर्मन्याय व्यवस्थायां कारणं बलमेव हि ॥*
 💥 *अर्थ - कलयुग में वही व्यक्ति गुणी माना जायेगा जिसके पास ज्यादा धन है. न्याय और कानून सिर्फ एक शक्ति के आधार पे होगा !*   
  3⃣ *दाम्पत्येऽभिरुचि  र्हेतुः मायैव  व्यावहारिके ।*
*स्त्रीत्वे  पुंस्त्वे च हि रतिः विप्रत्वे सूत्रमेव हि ॥*
💥 *अर्थ - कलयुग में स्त्री-पुरुष बिना विवाह के केवल रूचि के अनुसार ही रहेंगे.*
*व्यापार की सफलता के लिए मनुष्य छल करेगा और ब्राह्मण सिर्फ नाम के होंगे.*
 4⃣ *लिङ्‌गं एवाश्रमख्यातौ अन्योन्यापत्ति कारणम् ।*
*अवृत्त्या न्यायदौर्बल्यं पाण्डित्ये चापलं वचः ॥*
💥 *अर्थ - घूस देने वाले व्यक्ति ही न्याय पा सकेंगे और जो धन नहीं खर्च करेगा  उसे न्याय के लिए दर-दर की ठोकरे खानी होंगी. स्वार्थी और चालाक लोगों को कलयुग में विद्वान माना जायेगा.*
5⃣ *क्षुत्तृड्भ्यां व्याधिभिश्चैव संतप्स्यन्ते च चिन्तया ।*
*त्रिंशद्विंशति वर्षाणि परमायुः कलौ नृणाम.।।*
 💥 *अर्थ - कलयुग में लोग कई तरह की चिंताओं में घिरे रहेंगे. लोगों को कई तरह की चिंताए सताएंगी और बाद में मनुष्य की उम्र घटकर सिर्फ 20-30 साल की रह जाएगी.*
6⃣ *दूरे वार्ययनं तीर्थं लावण्यं केशधारणम् ।*
*उदरंभरता स्वार्थः सत्यत्वे धार्ष्ट्यमेव हि॥*
  💥 *अर्थ - लोग दूर के नदी-तालाबों और पहाड़ों को तीर्थ स्थान की तरह जायेंगे लेकिन अपनी ही माता पिता का अनादर करेंगे. सर पे बड़े बाल रखना खूबसूरती मानी जाएगी और लोग पेट भरने के लिए हर तरह के बुरे काम करेंगे.*
  7⃣ *अनावृष्ट्या  विनङ्‌क्ष्यन्ति दुर्भिक्षकरपीडिताः ।* *शीतवातातपप्रावृड् हिमैरन्योन्यतः  प्रजाः ॥* 
💥 *अर्थ - कलयुग में बारिश नहीं पड़ेगी और हर जगह सूखा होगा.मौसम बहुत विचित्र अंदाज़ ले लेगा. कभी तो भीषण सर्दी होगी तो कभी असहनीय गर्मी. कभी आंधी तो कभी बाढ़ आएगी और इन्ही परिस्तिथियों से लोग परेशान रहेंगे.*
  8⃣ *अनाढ्यतैव असाधुत्वे साधुत्वे दंभ एव तु ।*
*स्वीकार एव चोद्वाहे स्नानमेव प्रसाधनम् ॥* 
💥 *अर्थ - कलयुग में जिस व्यक्ति के पास धन नहीं होगा उसे लोग अपवित्र, बेकार और अधर्मी मानेंगे. विवाह के नाम पे सिर्फ समझौता होगा और लोग स्नान को ही शरीर का शुद्धिकरण समझेंगे.*
9⃣  *दाक्ष्यं कुटुंबभरणं यशोऽर्थे धर्मसेवनम् ।*
*एवं प्रजाभिर्दुष्टाभिः आकीर्णे क्षितिमण्डले ॥*
💥 *अर्थ - लोग सिर्फ दूसरो के सामने अच्छा दिखने के लिए धर्म-कर्म के काम करेंगे. कलयुग में दिखावा बहुत होगा और पृथ्वी पे भृष्ट लोग भारी मात्रा में होंगे. लोग सत्ता या शक्ति हासिल करने के लिए किसी को मारने से भी पीछे नहीं हटेंगे.*
1⃣0⃣ *आच्छिन्नदारद्रविणा यास्यन्ति गिरिकाननम् ।*
*शाकमूलामिषक्षौद्र फलपुष्पाष्टिभोजनाः ॥*
  💥 *अर्थ - पृथ्वी के लोग अत्यधिक कर और सूखे के वजह से घर छोड़ पहाड़ों पे रहने के लिए मजबूर हो जायेंगे. कलयुग में ऐसा वक़्त आएगा जब लोग पत्ते, मांस, फूल और जंगली शहद जैसी चीज़ें खाने को मजबूर होंगे.*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

5.16.2019

आज का हिन्दू पंचांग | Aaj ka Pnchang | १७/०५/२०१९

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 17 मई 2019*
⛅ *दिन - शुक्रवार*
17 05 2019 का पंचांग
आज का पंचांग

⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - त्रयोदशी सुबह 06:05 तक तत्पश्चात चतुर्दशी*
⛅ *नक्षत्र - स्वाती 18 मई प्रातः 03:08 तक तत्पश्चात विशाखा*
⛅ *योग - व्यतिपात शाम 05:39 तत्पश्चात वरीयान्*
⛅ *राहुकाल - सुबह 10:45 से दोपहर 12:23 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:01*
⛅ *सूर्यास्त - 19:08*
⛅ *दिशाशूल - पश्चिम दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - श्रीनृसिंह जयंती, श्रीमद् शंकराचार्य कैलाश-गमन, गुरु अमरदासजी जयंती, चतुर्दशी क्षय तिथि*
💥 *विशेष - त्रयोदशी को बैंगन खाने से पुत्र का नाश होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

               🌞 *~ आज का पंचांग~* 🌞


🌷 *वैशाख पूर्णिमा* 🌷
*हिन्दू धर्म में वैशाख महिने की पूर्णिमा तिथि भी भगवान विष्णु व शक्ति स्वरूपा देवी लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत शुभ बताई गई है। माता लक्ष्मी को सुख-समृद्धि, धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माना गया है।*
🙏🏻 *वैशाख पूर्णिमा यानी 18 मई, शनिवार को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए नीचे बताएँ उपाय करना भी शुभ व सुख-ऐश्वर्य देने वाला माना गया है-*
 🙏🏻 *- सुबह के साथ ही खासकर शाम के वक्त भी स्नान कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा की सामान्य पूजा कर  इस मंत्र का जप आर्थिक परेशानियों को दूर करने वाला होगा।*
 🌹 *- माता लक्ष्मी को लाल चन्दन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल, मौसमी फल, मिठाई अर्पित करें।*
 🍚 *- माता को दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। बाद  में देवी लक्ष्मी को इस वैदिक मंत्र स्तुति के उपाय का यथाशक्ति जप करें-*
 🌷 *ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥*
 🔥 *- पूजा और मंत्र जप के बाद घी के दीप से माता लक्ष्मी की आरती करें।*
 🔥 *- आरती के बाद धन प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूजा-आरती में हुई त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना करें।*

          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

Aaj-Ka-Punchang
आज का पंचांग हिन्दी में

🌷 *वैशाखी पूनम* 🌷
🙏🏻 *वैशाख मास की पूर्णिमा की कितनी महिमा है !! इस पूर्णिमा को जो गंगा में स्नान करता है , भगवत गीता और विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ करता है उसको जो पुण्य होता है उसका वर्णन इस भूलोक और स्वर्गलोक में कोई नहीं कर सकता उतना पुण्य होता है | ये बात स्कन्द पुराण में लिखी हुई है | अगर कोई विष्णु सहस्त्र नाम का पाठ न कर सके तो गुरु मंत्र की १० माला जादा कर ले अपने नियम से |*

          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *सुख – सम्पदा और श्रेय की प्राप्ति - वैशाखी पूर्णिमा*
 🙏🏻  *वैशाखी पूर्णिमा को ‘धर्मराज व्रत’ कहा गया है | यह पूर्णिमा दान-धर्मादि के अनेक कार्य  करने के लिए बड़ी ही पवित्र तिथि है | इस दिन गरीबों में अन्न, वस्त्र, टोपियाँ, जूते-चप्पल, छाते, छाछ या शर्बत , सत्संग के सत्साहित्य आदि का वितरण करना चाहिए | अपने स्नेहियों, मित्रों को सत्साहित्य, सत्संग की वीसीडी, डीवीडी, मेमोरी कार्ड आदि भेंट में दे सकते हैं |*
 🙏🏻  *इस दिन यदि तिलमिश्रित जल से स्नान कर घी, शर्करा और तिल से भरा हुआ पात्र भगवान विष्णु को निवेदन करें और उन्हीं से अग्नि में आहुति दें अथवा तिल और शहद का दान करें, तिल के तेल के दीपक जलाये, जल और तिल से तर्पण करें अथवा गंगादि में स्नान करें तो सब पापों से निवृत्त  हो जाते हैं | यदि उस दिन एक समय भोजन करके पूर्ण-व्रत करें तो सब प्रकार की सुख-सम्पदाएँ और श्रेय की प्राप्ति होती है |*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻

5.14.2019

Aaj ka hindu pnchang | आआज का हिन्दू पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 15 मई 2019*
⛅ *दिन - बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*

आज का हिन्दू पंचांग
Aaj ka hindu punchang


⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - एकादशी सुबह 10:36 तक तत्पश्चात द्वादशी*
⛅ *नक्षत्र - उत्तराफाल्गुनी सुबह 07:17 तक तत्पश्चात चित्रा*
⛅ *योग - वज्र रात्रि  11:17 तत्पश्चात सिद्धि*
⛅ *राहुकाल - दोपहर 12:23 से दोपहर 02:02 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:02*
⛅ *सूर्यास्त - 19:08*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण - मोहिनी एकादशी, परशुराम-रुक्मिणी द्वादशी, विष्णुपदी संक्रांति  (पुण्यकाल सूर्योदय से दोपहर 11:30 तक )*
💥 *विशेष - हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है lराम रामेति रामेति । रमे रामे मनोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *मोहिनी एकादशी* 🌷
➡ *१५ मई : मोहिनी एकादशी ( उपवास से अनेक जन्मों के मेरु पर्वत जैसे महापापों का नाश )*
               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *वैशाख मास की महापुण्यप्रद अंतिम तीन तिथियाँ*
➡ *17 एवं 18 मई  2019 वैशाख मास के शुक्ल पक्ष के अंतिम दिन हैं ।*
🙏🏻 *श्रुकदेवजी राजा जनक से कहते हैं : ‘‘राजेन्द्र ! वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में जो अंतिम तीन पुण्यमयी तिथियाँ हैं – त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा । ये बडी पवित्र व शुभकारक हैं । इनका नाम ‘पुष्करिणी है, ये सब पापों का क्षय करनेवाली हैं । पूर्वकाल में वैशाख शुक्ल एकादशी को शुभ अमृत प्रकट हुआ । द्वादशी को भगवान विष्णु ने उसकी रक्षा की । त्रयोदशी को उन श्रीहरि ने देवताओं को सुधा-पान कराया । चतुर्दशी को देवविरोधी दैत्यों का संहार किया और पूर्णिमा के दिन समस्त देवताओं को उनका साम्राज्य प्राप्त हो गया ।*
🙏🏻 *इसलिए देवताओं ने संतुष्ट होकर इन तीन तिथियों को वर दिया : ‘वैशाख की ये तीन शुभ तिथियाँ मनुष्यों के पापों का नाश करनेवाली तथा उन्हें पुत्र-पौत्रादि फल देनेवाली हों ।*
🙏🏻 *जो संम्पूर्ण वैशाख में प्रातः पुण्यस्नान न कर सका हो, वह इन तिथियों में उसे कर लेने पर पूर्ण फल को ही पाता है । वैशाख में लौकिक कामनाओं को नियंत्रित करने पर मनुष्य निश्चय ही भगवान विष्णु का सायुज्य प्राप्त कर लेता है ।*

             🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *वैशाख मास के अंतिम ३ दिन दिलायें महापुण्य पुंज*
   🙏🏻  *‘स्कंद पुराण’ के अनुसार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में अंतिम ३ दिन, त्रयोदशी से लेकर पूर्णिमा तक की तिथियाँ बड़ी ही पवित्र और शुभकारक हैं | इनका नाम ‘ पुष्करिणी ’ हैं, ये सब पापों का क्षय करनेवाली हैं |  जो सम्पूर्ण वैशाख मास में ब्राम्हमुहूर्त में पुण्यस्नान, व्रत, नियम आदि करने में असमर्थ हो, वह यदि इन ३ तिथियों में भी उसे करे तो वैशाख मास का पूरा फल पा लेता है |*
   🙏🏻  *वैशाख मास में लौकिक कामनाओं का नियमन करने पर मनुष्य निश्चय ही भगवान विष्णु का सायुज्य प्राप्त कर लेता है | जो वैशाख मास में अंतिम ३ दिन ‘गीता’ का पाठ करता है, उसे प्रतिदिन अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है | जो इन तीनों दिन ‘श्रीविष्णुसहस्रनाम’ का पाठ करता है, उसके पुण्यफल का वर्णन करने में तो इस भूलोक व स्वर्गलोक में कौन समर्थ है | अर्थात् वह महापुण्यवान हो जाता है |*
🙏🏻 *जो वैशाख के अंतिम ३ दिनों में ‘भागवत’ शास्त्र का श्रवण करता है, वह जल में कमल के पत्तों की भांति कभी पापों में लिप्त नहीं होता | इन अंतिम ३ दिनों में शास्त्र-पठन व पुण्यकर्मों से कितने ही मनुष्यों ने देवत्व प्राप्त कर लिया और कितने ही सिद्ध हो गये | अत: वैशाख के अंतिम दिनों में स्नान, दान, पूजन अवश्य करना चाहिए |*
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🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻

5.13.2019

आआज का हिन्दू पंचांग और एकादशी व्रत उपदेश

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 14 मई 2019*
⛅ *दिन - मंगलवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*
⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*

Aaj ka punchang
आज का हिन्दू पंचांग



⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - दशमी दोपहर 12:59 तक तत्पश्चात एकादशी*
⛅ *नक्षत्र - पूर्वाफाल्गुनी सुबह 08:54 तक तत्पश्चात उत्तराफाल्गुनी*
⛅ *योग - हर्षण 15 मई रात्रि  02:18 तत्पश्चात वज्र*
⛅ *राहुकाल - शाम 03:40 से शाम 05:18 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:02*
⛅ *सूर्यास्त - 19:07*
⛅ *दिशाशूल - उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण
💥 *विशेष -

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *विष्णुपदी संक्रांति* 🌷
➡ *जप तिथि : 15 मई 2019 बुधवार को ( विष्णुपदी संक्रांति )*
*पुण्य काल सुबह सूर्योदय से दोपहर 11:30 तक |*
🙏🏻 *विष्णुपदी संक्रांति में किये गये जप-ध्यान व पुण्यकर्म का फल लाख गुना होता है | –  ( पद्म पुराण , सृष्टि खंड )*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी व्रत के लाभ* 🌷
आज का हिन्दू पंचांग
आआज का हिन्दू पंचांग 14/2019

➡ *14 मई 2019 मंगलवार को दोपहर 12:59 बजे से 15 मई, बुधवार को सुबह 10:36 तक एकादशी हैं ।*
💥 *विशेष ~ 15 मई, बुधवार को एकादशी का व्रत (उपवास) रखें ।*
🙏🏻 *एकादशी व्रत के पुण्य के समान और कोई पुण्य नहीं है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य सूर्यग्रहण में दान से होता है, उससे कई गुना अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *जो पुण्य गौ-दान सुवर्ण-दान, अश्वमेघ यज्ञ से होता है, उससे अधिक पुण्य एकादशी के व्रत से होता है ।*
🙏🏻 *एकादशी करनेवालों के पितर नीच योनि से मुक्त होते हैं और अपने परिवारवालों पर प्रसन्नता बरसाते हैं ।इसलिए यह व्रत करने वालों के घर में सुख-शांति बनी रहती है ।*
🙏🏻 *धन-धान्य, पुत्रादि की वृद्धि होती है ।*
🙏🏻 *कीर्ति बढ़ती है, श्रद्धा-भक्ति बढ़ती है, जिससे जीवन रसमय बनता है ।*
🙏🏻 *परमात्मा की प्रसन्नता प्राप्त होती है ।पूर्वकाल में राजा नहुष, अंबरीष, राजा गाधी आदि जिन्होंने भी एकादशी का व्रत किया, उन्हें इस पृथ्वी का समस्त ऐश्वर्य प्राप्त हुआ ।भगवान शिवजी  ने नारद से कहा है : एकादशी का व्रत करने से मनुष्य के सात जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं, इसमे कोई संदेह नहीं है । एकादशी के दिन किये हुए व्रत, गौ-दान आदि का अनंत गुना पुण्य होता है ।*

          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *एकादशी के दिन करने योग्य* 🌷
🙏🏻 *एकादशी को दिया जलाके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें .......विष्णु सहस्त्र नाम नहीं हो तो १० माला गुरुमंत्र का जप कर लें l अगर घर में झगडे होते हों, तो झगड़े शांत हों जायें ऐसा संकल्प करके विष्णु सहस्त्र नाम पढ़ें तो घर के झगड़े भी शांत होंगे l*
          🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *एकादशी के दिन ये सावधानी रहे* 🌷
🙏🏻 *महीने में १५-१५ दिन में  एकादशी आती है एकादशी का व्रत पाप और रोगों को स्वाहा कर देता है लेकिन वृद्ध, बालक और बीमार व्यक्ति एकादशी न रख सके तभी भी उनको चावल का तो त्याग करना चाहिए एकादशी के दिन जो चावल खाता है... तो धार्मिक ग्रन्थ से एक- एक चावल एक- एक कीड़ा खाने का पाप लगता है...*
           🌞 *~ हिन्दू पंचाग ~* 🌞
🙏🍀🌻🌹🌸💐🍁🌷🌺🙏

13 मई 2019 का हिन्दू पंचांग

🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞

⛅ *दिनांक 13 मई 2019*
⛅ *दिन - सोमवार*
⛅ *विक्रम संवत - 2076 (गुजरात. 2075)*
⛅ *शक संवत -1941*
⛅ *अयन - उत्तरायण*

Aaj-Ka-punchang
Aaj ka punchang


⛅ *ऋतु - ग्रीष्म*
⛅ *मास - वैशाख*
⛅ *पक्ष - शुक्ल*
⛅ *तिथि - नवमी शाम 03:21 तक तत्पश्चात दशमी*
⛅ *नक्षत्र - मघा दोपहर 10:28 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी*
⛅ *योग - ध्रुव सुबह 08:18 तत्पश्चात व्याघात*
⛅ *राहुकाल - सुबह 07:29 से सुबह 09:07 तक*
⛅ *सूर्योदय - 06:03*
⛅ *सूर्यास्त - 19:06*
⛅ *दिशाशूल - पूर्व दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण श्री सीता नवमी*
💥 *विशेष - नवमी को लौकी खाना गोमांस के समान त्याज्य है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*

               🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞


🌷 *घमौरियाँ* 🌷
*पहला प्रयोगः नींबू का रस लगाने से अथवा आम की गुठली के चूर्ण को पानी में मिलाकर उसे शरीर पर लगाकर स्नान करने से घमौरियाँ मिटती हैं।*
👉🏻 *दूसरा प्रयोगः ग्रीष्म ऋतु में प्रायः पीठ के ऊपर घमौरियाँ (छोटी-छोटी फुन्सियाँ) हो जाती हैं। 5 ग्राम सौंफ  कूटकर पानी से भरे बर्तन में डाल दें व प्रातः इसी पानी से स्नान करें व सौंफ  को पानी में पीसकर लेप बनाकर पीठ पर लगाने से घमौरियाँ शीघ्र ही ठीक होती हैं।*

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞

Aaj ka hindu punchang
मातृ दिवस पर शुभकामनाएं

🌷 *घर में बरकत लाने हेतु* 🌷
🐄  *जो लोग कभी-कभी गोदुग्ध से बने दही को शरीर पर रगड़कर स्नान करते हैं, उनके घर लक्ष्मी स्थिर होती है। रुपए - पैसे में बरकत आती है, अच्छी रोजी - रोटी का रास्ता निकलता है।*
        🌞 *~  हिन्दू पंचांग ~* 🌞

🌷 *मुँह से बदबू* 🌷
😱 *नमक और काली मिर्च मिलाके कभी – कभी मंजन करें तो मुँह की बदबू चली जायेगी |*
              🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷🌻🌹🍀🌺🌸🍁💐🙏🏻