*कुमारी गीत**
maithili-geet-lyrics |
जाहि दिन आहे बेटी तोंहे अवतरलऽ
ताहि दिन भेल विषमाद
चिन्ता, निन्द हरित भेल बेटी
थिर नहि रहल गेयान
पुत्र जँ होइतऽ बेटी, बजैत बधाबा
धियाक जनम विषमाद
MAITHILI GEET LYRICS
maithili-geet-lyrics |
कथी लय आहे अम्मा धियाक जनम देल
खैतहुँ मरिच पचास
मरिचक झोंकसँ धिया दरि जैतय
छुटि जाइत धियाक सन्ताप
सएह सुनि बाबा उठल चेहाय
मनाइन देल जगाय
गाड़ल धन धिया हम नहि राखब
आब धिया होयत वियाह
बान्ह बन्हबिहऽ बाबा पोखरि खुनबिहऽ
धनकेँ लगबिहऽ छाँह
हाँस छुटुकि गेल, कमल फलकि गेल
जलमे मारय हिलकोर
ई सरोवर बाबा जैतुक मांगय
भैयाक जनम निरधन होय !!
MAITHILI GEET LYRICS
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Mithila ka bahut jyada gaye aur sune jane waali geet hai kumari geet. Beti ke upar bana ye geet bahut achhi rachna hai.
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